मासिक धर्म न आने के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए?

गर्भावस्था का सबसे पहला और सबसे विश्वसनीय संकेत मासिक धर्म का न आना है। लेकिन, यह हमेशा गर्भवती होने का संकेत नहीं होता क्योंकि मासिक धर्म न आने के अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे तनाव, हार्मोनल असंतुलन, वजन में अचानक बदलाव आदि। अगर आपने हाल ही में असुरक्षित यौन संबंध बनाए हैं, तो गर्भावस्था की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में प्रेगनेंसी टेस्ट करवाना ज़रूरी हो जाता है।

प्रेगनेंसी टेस्ट से पहले की भावनाएं

प्रेगनेंसी टेस्ट करने से पहले महिलाएं कई तरह की भावनाएं अनुभव कर सकती हैं – उत्साह, घबराहट, चिंता या उलझन। यह एक व्यक्तिगत अनुभव होता है। सौभाग्य से, आजकल घर पर ही प्रेगनेंसी टेस्ट करना संभव है और यदि आवश्यकता हो तो ब्लड टेस्ट के माध्यम से इसकी पुष्टि करवाई जा सकती है।

प्रेगनेंसी टेस्ट कितनी जल्दी कर सकते हैं?

मासिक धर्म छूटने के बाद तुरंत टेस्ट करने से सटीक परिणाम नहीं मिलते। गर्भधारण के लगभग 6 दिन बाद शरीर में ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (hCG) नामक हार्मोन बनना शुरू होता है, जिसकी पहचान टेस्ट में होती है। लेकिन hCG का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता है। इसलिए मासिक धर्म छूटने के कम से कम 2 सप्ताह बाद टेस्ट करने से अधिक सटीक परिणाम मिलते हैं।

 मासिक धर्म न आने के अलावा अन्य लक्षण

मासिक धर्म न आना अकेला संकेत नहीं है। गर्भावस्था के अन्य प्रारंभिक लक्षणों में थकान, सिरदर्द, मूड स्विंग्स, गंध के प्रति संवेदनशीलता, स्तनों में कोमलता, बार-बार पेशाब आना, सुबह की मतली, खाने की इच्छा या अरुचि, हल्की ऐंठन या स्पॉटिंग शामिल हैं। हालांकि ये लक्षण अन्य कारणों से भी हो सकते हैं, इसलिए पुष्टि के लिए टेस्ट ज़रूरी है।

 गर्भावस्था परीक्षण के प्रकार

गर्भावस्था की पुष्टि के लिए दो मुख्य प्रकार के परीक्षण होते हैं:

  • मूत्र परीक्षण: घर पर किया जा सकता है, यह टेस्ट मूत्र में hCG हार्मोन का पता लगाता है।

  • रक्त परीक्षण: यह अधिक सटीक होता है और डॉक्टर की निगरानी में किया जाता है। इसमें रक्त में hCG के स्तर की जांच की जाती है।

गर्भावस्था परीक्षण कैसे काम करता है?

गर्भावस्था परीक्षण hCG हार्मोन का पता लगाकर काम करता है, जो गर्भवती होने पर शरीर में बनता है। शुरुआत में इसका स्तर कम होता है, लेकिन जैसे-जैसे गर्भावस्था बढ़ती है, यह स्तर तेजी से बढ़ता है। आमतौर पर, hCG का स्तर 20-50 mIU/mL तक पहुंचने पर टेस्ट उसे पहचान सकता है।

 टेस्ट करने का सही समय: सुबह, दोपहर या शाम?

विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह के पहले मूत्र से प्रेगनेंसी टेस्ट करना सबसे अच्छा होता है क्योंकि उस समय hCG की सांद्रता अधिक होती है। दिन में अधिक पानी पीने से मूत्र पतला हो जाता है जिससे हार्मोन की पहचान मुश्किल हो सकती है। हालांकि, दोपहर या शाम को टेस्ट करने से परिणामों में अधिक अंतर नहीं आता, बस 12-24 घंटे की देरी हो सकती है।

गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षण

  • पेशाब में वृद्धि: किडनी अधिक अपशिष्ट फिल्टर करती हैं।

  • थकान: प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की बढ़ी मात्रा से अत्यधिक थकान महसूस होती है।

  • मतली: गर्भावस्था के दो सप्ताह के भीतर ही शुरू हो सकती है।

  • स्तनों में कोमलता और सूजन: मासिक धर्म से पहले जैसा महसूस हो सकता है।

 निष्कर्ष:

गर्भावस्था से बचने का कोई गारंटीकृत तरीका नहीं है, इसलिए यदि मासिक धर्म छूट गया हो या कोई लक्षण दिख रहे हों, तो प्रेगनेंसी टेस्ट ज़रूर करें। यह टेस्ट न केवल पुष्टि करता है बल्कि आपको समय पर मेडिकल सलाह लेने का मौका भी देता है। सही समय पर टेस्ट करने से भ्रम की स्थिति दूर होती है और मानसिक शांति मिलती है।

FAQ:

Q1. गर्भावस्था परीक्षण का परिणाम कितनी जल्दी पॉजिटिव आता है?
 गर्भधारण के 10 दिन बाद संभावित, लेकिन 14 दिन बाद अधिक सटीक।

Q2. मूत्र में hCG कब दिखता है?
निषेचन के 12-15 दिन बाद।

Q3. घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट कितने सटीक होते हैं?
99% तक सटीक, अगर सही तरीके से किया जाए।

Q4. परिणाम आने में कितना समय लगता है?
 मूत्र परीक्षण: 3–5 मिनट
 रक्त परीक्षण: लगभग 2 दिन

Q5. क्या शाम को टेस्ट करने से गलत परिणाम मिल सकता है?
नहीं, लेकिन सुबह का मूत्र अधिक केंद्रित होने से परिणाम ज्यादा सटीक हो सकता है।

Dr. Sunita Singh Rathore

Dr. Sunita Singh Rathore

Dr. Sunita Singh Rathore is a highly experienced fertility specialist with over 15 years of expertise in assisted reproductive techniques. She has helped numerous couples achieve their dream of parenthood with a compassionate and patient-centric approach.